सामाजिक नीति क्या है? विशेषताएँ, निर्माण, कार्य ( Social Policy ) 2024

सामाजिक नीति क्या है? विशेषताएँ, निर्माण, कार्य ( Social Policy ) 2024

Social Policy in Hindi: – सामाजिक नीति क्या है? जब हम परीक्षा के उद्देश्य को ध्यान में रखकर पाठ्यक्रम के अनुसार सामाजिक नीति की अवधारण को समझने के लिए, सामाजिक नीति की परिभाषा, अर्थ, उद्देश्य,

कार्यों को समझते हैं तब हमें समाज में सामाजिक नीति के महत्व का ज्ञान होता हैं एग्जाम के उद्देश्य से भी सामाजिक नीति का कांसेप्ट समझना महत्वपूर्ण हो जाता हैं परन्तु, सामाजिक नीति को समझने से पहले हमे नीति किसे कहते हैं? को समझना चाहिए

हम सब यह जानते है कि व्यक्तियों और समूहों के हितों को ध्यान में रखकर बनाई गई योजना “नीति” कहलाती हैं

सामाजिक नीति क्या है? विशेषताएँ, निर्माण, कार्य ( Social Policy ) 2024 

सामाजिक नीति क्या है? ( Definition Of Social Policy ) – Social Policy Definition.

सामाजिक नीति दो शब्दों ( सामाजिक + नीति ) से मिलकर बना है अर्थ से यह स्पष्ट हैं कि ऐसी नीति जिसका संबंध समाज से होता हैं मतलब सामाजिक नीति का अर्थ समाज के सभी सदस्यों के व्यक्तिगत और सामूहिक हितों में समन्वय स्थापित करना होता है या

सरकार के द्वारा, समाज से सम्बंधित विभिन्न वर्गों के हितों के लिए बनाई गई योजना ( नीति ) सामाजिक नीति कहलाती हैं यह समाज के कल्याण विकास, सामाजिक परिवर्तन, समाज के सदस्यों का विकास एंव सेवाओं से सम्बंधित होती हैं

विलियम्स – के अनुसार सामाजिक नीति समिष्टवाद की राजनीति के रूप में एंव सामाजिक समस्याओं से निपटने में राज्य में हस्तक्षेप के अभ्यास के रूप में जानी जाती हैं

गिल – के अनुसार सामाजिक नीतियों के सिद्धांतों तथा क्रियाएं इस प्रकार से रचित की जाती हैं जो एक समाज में जीवन की सम्पूर्ण वास्तविकता को प्रभावित करती हैं

कुलकर्णी – के अनुसार सामाजिक नीति विशेष सामाजिक उद्देश्यों को समाप्त करने के लिए उपलब्ध संसाधनों पर नियंत्रण एंव प्रयोग और प्रभावपूर्ण इस्तेमाल के लिए बनाई जाती हैं

आइडेन – के अनुसार सामाजिक नीति उन दशाओं/परिस्थितियों की प्राप्ति से सम्बंधित है जिसमे यह समझा जाता है कि नागरिक अच्छा जीवन प्राप्त कर सकें

प्रो टिटमस – के अनुसार सामाजिक नीति लोगो के कल्याण में सुधार करने के उद्देश्य से निर्धारित सरकार के कार्यों के संकलन का प्रतिनिधित्व करती हैं

येलजा – के अनुसार सामाजिक नीति कल्याण सेवाओं के सार्वजानिक प्रशासन से सम्बंधित है जिसमे स्वास्थ्य, शिक्षा, आयु एंव कल्याण सेवाओं जैसे विशिष्ट सरकारी सेवाओं के निर्माण विकास और प्रबंधन शामिल है

सामाजिक नीति की विशेषताएँ ( सामाजिक नीति की विशेषताएं )

सामाजिक नीतियों की कुछ विशेषताएँ होती हैं

  • यह सरकारी नीति है जो समाज के कल्याण को मुख्य लक्ष्य मानती हैं इसीलिए यह लक्ष्य ( उद्देश्य ) को प्राप्त करने का साधन है
  • सामाजिक नीतियों में समाज कल्याण, सामाजिक सुरक्षा, सामाजिक सुधार, सामाजिक विकास के लक्ष्य समाहित रहते हैं
  • यह सामाजिक नीतियों, सामाजिक सेवा और कल्याण से सम्बंधित होती है उदहारण, शिक्षा, स्वस्थ, न्याय, कमजोर वर्ग का कल्याण |
  • सामाजिक नीतियाँ विभिन्न स्वरूपों मे सामने आती हैं
  • संघीय सरकार में केंद्र सरकार और राज्य सरकार के द्वारा अलग अलग नीतियाँ बनाई जाती है और उनको लागु किया जाता है
  • सामाजिक नीति एक क्रमबद्ध वैज्ञानिक अध्ययन का विषय है क्योकि सामाजिक नीति में कार्य क्रमबद्ध और वैज्ञानिक विधि से किया जाता हैं
  • सामाजिक नीति के अंदर केवल समाज के सम्बंधित सामाजिक मुद्दे होते हैं जिनका समाधान करके यह समाज में परिवर्तन लाने और नियंत्रण स्थापित करने का प्रयास करती हैं

सामाजिक नीति के क्षेत्र ( Scope Of Social Policy )

सामाजिक नीति का आशय समाज में लोगो को अच्छा जीवन मिल सकें उसके लिए विभिन्न तरह की परिस्थितियों का निर्माण करना होता हैं डिवरेक्स एंव कुक के अनुसार सामाजिक नीति के क्षेत्र को 5S के अंतर्गत बताया गया हैं यह निम्न हैं –

  • सामाजिक क्षेत्र – स्वच्छ आवास, शिक्षा, स्वास्थ्य, जल
  • सामाजिक बीमा – बाधिता भत्ता, पेंशन, बेरोजगारी
  • सामाजिक संरक्षण – आय का हस्तांतरण, पूरक आहार, खाद्य सहायता,
  • सामाजिक सेवाएँ – समाज के असुरक्षित और कमजोर वर्ग की मदद व देखभाल करना
  • सामाजिक अधिकार – बाल, महिला एंव श्रामिक अधिकार

सामाजिक नीति का कार्य ( सामाजिक नीति की आवश्यकता )

  • मौजूदा कानूनों को अधिक प्रभावी बनाकर सामाजिक समस्याओं को दूर करना
  • जनता के सहयोग और संस्थागत सेवाओं के द्वारा आर्थिक समस्याओं को कम करना
  • पीड़ित मनुष्यों या समाज के कष्टों और दुःखों को दूर करना
  • समाज में कमजोर वर्ग के व्यक्तियों ( मनुष्य ) को संरक्षण देना
  • समाज में जीवन के स्तर पर असमानताओं को कम करने का प्रयास करना
  • समाज में मनुष्य के व्यक्तित्व के विकास के लिए अवसरों को उपलब्ध करना

सामाजिक नीति का निर्माण ( Formulation of Social Policy )

सामाजिक नीति के निर्माण में कुछ स्टेप्स का उपयोग मुख्य रूप से किया जाता हैं

  1. समाज में उत्पन्न समस्या को पहचानना
  2. नीति का विश्लेषण करना
  3. नीति का प्रस्ताव विकसित करना
  4. सलाह – विमर्श ( सहभागिता )
  5. नीति को स्वीकार करना
  6. नीति का मूल्यांकन करना

समाज में उत्पन्न समस्या को पहचानना

जब समाज के लिए किसी नीति का निर्माण किया जाता हैं तब ऐसी स्थिति में सबसे पहले उस समस्या को अच्छे से समझना महत्वपूर्ण हो जाता हैं इस दौरान इस समस्या से प्रभावित लोगो पर प्रभाव,

समस्या के कारण और समस्या की सीमा को समझना नीति निर्माताओं के लिए बहुत महत्वपूर्ण हो जाता हैं

उदहारण, अगर किसी समाज में बेरोजगारी की समस्या हैं तब ऐसी स्थिति में किसी नीति के निर्माण में निर्माता, बेरोजगारी का प्रभावित लोगो पर प्रभाव, उसकी सीमा और बेरोजगारी के कारण का विश्लेषण करेंगे

नीति का विश्लेषण करना

समाज के अंदर वर्तमान में स्थिति ( समस्या ) को अच्छे से समझने ( पहचान ) के बाद, समाज में समस्या से सम्बंधित मौजूदा नीति का विश्लेषण किया जाता हैं इस दौरान नीति निर्माताओं का मुख्य रूप से उद्देश्य मौजूदा नीति के ताकत,

कमजोरी, और प्रभावशीलता को समझना होता हैं जिससे उस मौजूदा नीति को सुधारने पर ध्यान दिया जा सकें उदहारण, अगर किसी समाज में लोगो के लिए स्वास्थ्य सेवा ख़राब है तो ऐसी स्थिति में इस सामाजिक समस्या में निर्माता सर्वप्रथम मौजूदा ( वर्तमान में स्थित ),

स्वास्थ्य सेवा प्रणाली का विश्लेषण करके उसकी जांच करेंगे जिसमे मुख्य रूप से मौजूदा स्वास्थ्य सेवा प्रणाली की ताकत, कमजोरी, और प्रभावशीलता को उसमे सुधार करने के उद्देश्य से समझा जाएगा

नीति का प्रस्ताव विकसित करना

जब नीति निर्माता समाज में समस्या की पहचान करके उससे सम्बंधित मौजूदा नीति का अच्छे से विश्लेषण करके निष्कर्ष प्राप्त कर लेते है तब वह उन निष्कर्षों के आधार पर नीति के प्रस्ताव को विकसित करने का कार्य करेंगे

जिसका उद्देश्य ऐसी रणनीति को बनना होता है जिससे समाज में समस्या से प्रभावित लोगो की समस्ता का समाधान हो सकें उदहारण, अगर किसी समाज में लोगो के लिए स्वास्थ्य सेवा ख़राब है

तो ऐसी स्थिति में स्वास्थ्य सेवा में सुधार करने और उसकी गुणवत्ता को बढाने के लिए व लोगो तक स्वास्थ्य सेवा पहुंचाने के लिए नीति का प्रस्ताव विकसित किया जाएगा

सलाह – विमर्श ( सहभागिता )

जब समाज में उत्पन्न समस्या के नीति निर्माताओं के द्वारा प्रस्ताव का निर्माण कर लिया जाता हैं तब उसके बाद इस प्रस्ताव के लिए फीडबैक को लिया जाता हैं जिसमे सम्बंधित विशेषज्ञों,

सगठनों, वकालत ग्रुप्स और प्रभावित समाज के साथ सलाह – विमर्श किया जाता हैं जिससे उस नीति के स्वीकार्य होने की संभावना का पता चलता हैं

नीति को स्वीकार करना

समाज में उत्पन्न समस्या के समाधान के लिए नीति निर्माताओं के द्वारा निर्मित नीति को अपनाना महत्वपूर्ण होता हैं क्योकि जब हम उस नीति को समाज में लागु करेंगे तभी समाज में उस समस्या का समाधान हो सकता हैं

ऐसी स्थिति में मौजूदा सरकार के सामने उस नीति को प्रस्तुत किया जाता हैं यह एक ऐसा कदम होता है जिसमे उस नीति के समस्या से प्रभावित समाज में लागु होने या ना होने का निर्णय लिया जाता हैं

नीति का मूल्यांकन करना

जब सामाजिक समस्याओं के लिए किसी नीति को लागु कर दिया जाता हैं तो उसके बाद उसका मूल्यांकन किया जाता है जिससे यह पता लगाया जाता है कि यह नीति अपने उद्देश्य को अच्छे से पूरा कर रही हैं या नहीं

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निष्कर्ष

यह लेख उन स्टूडेंट्स के लिए सबसे अधिक महत्वपूर्ण हैं जो बीए ( ग्रेजुएशन ) के दौरान समाजशास्त्र के विषय को पढ़ रहे हैं यहाँ सामाजिक नीति को अच्छे से बहुत साधारण भाषा में समझाया गया है

मैं यह उम्मीद करता हूँ कि कंटेंट में दी गई इनफार्मेशन आपको पसंद आई होगी अपनी प्रतिक्रिया को कमेंट का उपयोग करके शेयर करने में संकोच ना करें अपने फ्रिड्स को यह लेख अधिक से अधिक शेयर करें

लेखक – नितिन सोनी 

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