Industrial Organization in Hindi: – औद्योगिक संगठन का अर्थ? जब हम इंडस्ट्रियल आर्गेनाइजेशन को समझना चाहते हैं तो ऐसे में हमे सबसे पहले संगठन की परिभाषा को समझना होगा
अधिकांश लोग यह जानते है कि ऐसे लोगो का समूह जिनका उद्देश्य एक होता हैं उसको संगठन कहा जाता हैं
परन्तु, औद्योगिक संगठन से आशय उद्योग से सम्बंधित ऐसी प्रक्रिया औद्योगिक संगठन है जिसमे व्यक्तियों का समूह उत्पादन क्षमता बढाने में काम करता है
एग्जाम के उद्देश्य के कारण औद्योगिक संगठन, औपचारिक और अनौपचारिक संगठन को समझना भी जरुरी हैं क्योकि ग्रेजुएशन या अन्य एग्जाम में इनसे सम्बंधित प्रश्न को जरुर पूछा जाता हैं कि औद्योगिक संगठन को परिभाषित कीजिए?
यही कारण है कि इस औद्योगिक संगठन लेख में हमने विशेषताएँ को भी बताया हैं चलिए अब हम यह जान लेते है कि औद्योगिक संगठन का अर्थ क्या है?
औद्योगिक संगठन किसे कहते हैं? ( औद्योगिक संगठन का अर्थ )
औद्योगिक संगठन दो शब्दों से मिलकर ( औद्योगिक + संगठन ) बना हैं पिछले औद्योगिक समाजशास्त्र में हमने पढ़ा था कि औद्योगिक का अर्थ ( मतलब ) उद्योग से होता हैं परन्तु, संगठन का मतलब अधिक व्यक्तियों का एक ऐसा समूह हैं
जिसका उद्देश्य किसी एक लक्ष्य को प्राप्त करना होता हैं साधारण भाषा में कहा जाए, उद्योग से सम्बंधित संगठन ( समूह ) को औद्योगिक संगठन कहा जाता हैं
मतलब उद्योग से सम्बंधित ऐसी प्रक्रिया औद्योगिक संगठन है जिसमे व्यक्तियों का समूह उत्पादन क्षमता बढाने में काम करता है
हैंने – किसी सामान्य उद्देश्य या उद्देश्यों की प्राप्ति के लिए विशिष्ट अंगों का मंत्रीपूर्ण संयोजन ही संगठन कहलता हैं
रवीन्द्रनाथ मुकर्जी, भरत अग्रवाल – औद्योगिक संगठन से मतलब उस प्रक्रिया से होता हैं जिसके द्वारा, उद्योग से सम्बंधित सभी क्रियाओं में समन्वय को स्थापित करने का प्रयास किया जाता है
जिससे उत्पत्ति के सभी सहयोगियों से अधिकतम सहयोग प्राप्त करके न्यूनतम लागत पर अधिकतम उत्पादन प्राप्त किया जा सकें
ऊपर बताई परिभाषा से हम समझ सकते है कि औद्योगिक संगठन व्यक्तियों का एक ऐसा समूह है जिसमे उद्योगों से जुड़े हुए व्यक्ति शामिल होते है वह उद्योग की क्रियाओं से सहयोग और समन्वय के आधार पर,
उत्पादन को बढाने व अधिक से अधिक लाभ को प्राप्त करने के लिए सहयोग प्रदान करता हैं यह संगठन एक निश्चित लक्ष्य को प्राप्त करने का प्रयास करता है
औद्योगिक संगठन की विशेषताएँ ( औद्योगिक संगठन की विशेषताएं )
- औद्योगिक संगठन में शामिल हर सदस्य को निर्धारित कार्य दिया जाता हैं क्योकि संगठन में प्रत्येक व्यक्ति के दायित्व, कार्य और कर्त्तव्यों का विभाजन किया जाता हैं
- यह संगठन, उन व्यक्तियों के बीच एकरूपता लाता है जो व्यक्ति एक साथ कार्य कर रहे हैं
- संगठन में शामिल हर सदस्य को योग्यता और कुशलता के अनुसार कार्य दिया जाता है इसीलिए श्रम विभाजन के आधार पर औद्योगिक संगठन का निर्माण किया जाता हैं
- औद्योगिक संगठन की कार्यकुशलता को बढाने में गुणवत्तापूर्ण विचार करने के लिए हर औद्योगिक संगठन का मूल्यांकन निरंतर रूप से किया जाता हैं
- नियोजन के आधार पर औद्योगिक संगठन की सम्पूर्ण कार्यप्रणाली क्रियान्वित होती हैं
- सामूहिक उत्पादन क्षमता में वृद्धि करने में औद्योगिक संगठन सहायक होता हैं
- हर सदस्य औद्योगिक संगठन में निर्धारित लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए अपना पूरा सहयोग देता हैं
- औद्योगिक संगठन के हर सदस्य को, संगठन के नियमों का पालन करना जरुरी होता हैं
- इसमें परिस्थिति के अनुसार नकारात्मक एंव सकारात्मक परिवर्तन होते रहते हैं हम कह सकते है कि औद्योगिक संगठन में परिवर्तनशीलता होती है
औद्योगिक संगठन की संरचना ( Structure Of Industrial Organization )
यह एक ऐसा ढाँचा होता है जिसके अंदर एक औद्योगिक संगठन अपने अधिकार और संचार की रेखाओं की व्यवस्था करता हैं और अधिकारों और कर्तव्यों को आवंटित करता हैं
औद्योगिक संगठन को कार्य की तार्किक व्यवस्था और गतिविधियों को अंजाम देने के लिए स्थापित विभिन्न पदों के बीच संबंधों और भूमिकाओं के नेटवर्क के रूप में परिभाषित किया गया हैं
क्योकि औद्योगिक संगठन संरचना के अंदर उद्योग में अधिक से अधिक लाभ प्राप्त करने के लिए सभी स्थापित पदों के बीच संबंधों को स्पष्ट किया जाता है जिसके अनुरूप संगठन के प्रत्येक व्यक्ति ( सदस्य ) के दायित्व, कार्य और कर्त्तव्यों का विभाजन किया जाता है
औद्योगिक संगठन का महत्त्व
- औद्योगिक संगठन में प्राकृतिक संसाधनों और कच्चे माल का प्रयोग किया जाता हैं
- औद्योगिक संगठन के हर मनुष्य ( सदस्य ) में नेतृत्व की भावना का विकास होता है, जिसके परिणामस्वरूप, उसमे रचनात्मक विचारों का विकास और उत्पादन में वृद्धि होती है
- इसमें नीतियों का निर्माण किया जाता हैं और प्रबंधन के द्वारा संगठन को मजबूत बनाने और कर्मचारियों हित में कार्य को किया जाता है जिससे अधिक से अधिक लाभ को प्राप्त किया जा सकें
- औद्योगिक संगठन में हर मनुष्य ( सदस्य ) को उसकी योग्यता, कुशलता के आधार पर विशेष कार्य दिया जाता हैं वह सदस्य अपनी कार्य को स्वतंत्रपूर्वक करता हैं जिसके कारण, उसकी कार्यक्षमता निरंतर विकसित होती रहती हैं और इसका सदुपयोग होता हैं
- औद्योगिक प्रगति और विकास में औद्योगिक संगठन निरंतर तीव्रता प्रदान करने का प्रयास करता है
- औद्योगिक संगठन में कार्य का विभाजन विसेषीकरण के आधार पर होता हैं मतलब हर व्यक्ति ( सदस्य ) को वह कार्य दिया जाता हैं जिसमे वह विशेष योग्यता रखता हैं
- हर सदस्य के लिए उद्योग में उत्पन्न समस्याओं का समाधान औद्योगिक संगठन के द्वारा किया जाता हैं जिससे वह सदस्य ( कर्मचारी ) किसी समस्या के बिना उत्पादन की क्षमता को बढाने में पूरा सहयोग प्रदान कर सकें
- औद्योगिक संगठन में हर नयी तकनीक, उपकरण और पद्धति का उपयोग करके औद्योगीकरण को बढ़ावा दिया जाता हैं क्योकि औद्योगिक संगठन का कार्य निरंतर विकास और प्रगति की दिशा में कार्य करने के लिए तैयार रहता हैं
- उत्पादन में वृद्धि, संगठन में संतुलन, नियंत्रण और समन्वय बनाये रखने के लिए नियोजन को अधिक बढ़ावा दिया जाता है
औद्योगिक संगठन का क्षेत्र – Scope Of Industrial Organization
औद्योगिक संगठन के अध्ययन क्षेत्र में औद्योगिक नीति, बाजार की ताकत ( पॉवर ), मूल्य का निर्णय, उत्पाद का विशिष्टीकरण, द्वितीयक बाजार और प्राथमिक बाजारों के साथ सम्बन्ध, अविश्वास और प्रतिस्पर्धा, टिकाऊ सामान ( Durable Goods ) और अनुभव सामान ( Experience Goods ) आदि का अध्ययन किया जाता हैं
औद्योगिक संगठन में पूर्वापेक्षाएँ – Prerequisites Of Industrial Organization
- औद्योगिक संगठन में कर्मचारियों से अपनी अपेक्षाओं का उल्लेख होना चाहिए
- कर्मचारियों के परामर्श के लिए स्पष्ट नियम बनाये जाने चाहिए
- औद्योगिक संगठन में सभी नियमों का उल्लेख होना चाहिए और सभी सदस्यों को इसकी जानकारी देनी चाहिए
- औद्योगिक संगठन में सभी सदस्यों को एक समान रूप से समझना चाहिए मतलब सबके लिए नियम सामान होने चाहिए
- औद्योगिक संगठन में उत्पन्न समस्याओं ( शिकायतों ) की अच्छे से जांच करके उसको समाप्त करने के लिए प्रवधान होना चाहिए
- औद्योगिक संगठन में सभी लोगो को आचरण, अनुशासन व नीतियों को बनाये रखना चाहिए इनका उलंघन नहीं करना चाहिए
औद्योगिक संगठन के प्रकार – Types Of Industrial Organization
औद्योगिक संगठन को हम दो प्रकार ( भाग ) में विभाजित कर सकते है
- औपचारिक संगठन ( Formal Organization )
- अनौपचारिक संगठन ( Informal Organization )
औपचारिक संगठन क्या है? ( औपचारिक और अनौपचारिक संगठन में अंतर? ) – ( Formal Organization )
औपचारिक संगठन – यह किसी विशेष ( निश्चित ) उद्देश्य को प्राप्त करने के लिए ऐसा संगठन होता है जिसको निश्चित नियमों के द्वारा चलाया जाता है मतलब किसी विशेष उद्देश्य को प्राप्त करने के लिए व्यवस्थित संगठन जिसमे,
प्रत्येक सदस्य के अधिकार, कार्यों तथा उत्तरदायित्व का बटवारा नियोजित तरीके से किया जाता हैं औपचारिक संगठन कहलाता है
औपचारिक संगठन की विशेषताएं ( लाभ )
- इस संगठन के लक्ष्य ( उद्देश्य ) निर्धारित होते हैं इसीलिए ऐसे संगठन में सब कुछ स्पष्टता से होता है
- औपचारिक संगठन में हर मनुष्य ( सदस्य ) को कुछ निश्चित कार्य दिया जाता हैं जिसको वह पुरे सहयोग के आधार पर पूरा करता है
- इस संगठन के कुछ निश्चित नियम होते हैं जिनका पालन करके, इस संगठन का हर सदस्य अपने कार्य को कुशलतापूर्वक पूरा करता हैं इसी कारण यहाँ पारस्परिक मतभेद न के बराबर हैं
- श्रम विभाजन पर यह औपचारिक संगठन आधारित होता हैं जिसके कारण लक्ष्य प्राप्ति में आसानी होती हैं
- इस संगठन में संस्थागत उद्देश्य को प्राप्त करने में अपना पूर्ण सहयोग देने के लिए, इस संगठन का हर सदस्य हमेशा तैयार रहता हैं
- क्योकि इस संगठन में सभी सदस्यों के कार्य निर्धारित हैं इसीलिए यहाँ कार्यों का दोहराव, अनावश्यक देरी और टालमटोल की संभावना नहीं होती है
- इस संगठन में सदस्य जबाबदेही होते हैं जिसके कारण यहाँ पक्षपात ( भेदभाव ) नहीं होता हैं
औपचारिक संगठन के लक्षण
- यह जानबुझकर या चेतनापूर्वक बनाया जाता है मतलब इस संगठन का निर्माण सोच समझकर किया जाता है
- यह संगठन सिद्धांतों पर आधारित होता हैं मतलब इस संगठन में सिद्धांतों का पालन किया जाता है और यह विधि, नियम और प्रक्रियाओं से बंधे होता है
- यह पूर्णत:निवैयक्तिक होता हैं मतलब इस संगठन में हर कार्य प्रोफेशनल होता हैं, यह संगठन भावनाओं के आधार पर नहीं, बल्कि नियमों के आधार पर चलता हैं
- इसमें प्रत्येक स्तर पर अधिकार, कार्य तथा उत्तरदायित्व स्पष्ट होते हैं मतलब इसमें अधिकारियों के पद और उनके कार्य -क्षेत्र स्पष्ट रूप से निर्धारित होते है
- इसमें आदेश की एकता का पालन किया जाता है
- इसे क़ानूनी मान्यता प्राप्त होती हैं और यह संगठन अन्य संगठन की तुलना में स्थायी होते है
अनौपचारिक संगठन का अर्थ? ( औपचारिक संगठन और अनौपचारिक संगठन में अंतर? )- ( Informal Organization )
अनौपचारिक संगठन – जब दो या अधिक मनुष्य किसी निश्चित कार्य ( उद्देश्य ) को पूरा करने के लिए मिलकर कार्य करते हैं क्योकि इस संगठन में मनुष्य प्राथमिक संबंधों को महत्वपूर्ण स्थान देता हैं ऐसे संगठन अनौपचारिक संगठन होते है मतलब,
अनौपचारिक संगठन, औपचारिक संगठन के अंदर अपने आप ( आटोमेटिक ) निर्मित हो जाता हैं क्योकि जब किसी संगठन के कार्यरत व्यक्ति ( कार्य करने वाले व्यक्ति ) अपनी रुचियों, इच्छाओं, समस्याओं आदि के अनुरूप एक समूह बना लेते है यही अनौपचारिक संगठन कहलाता हैं
अनौपचारिक संगठन की विशेषताएं ( लाभ )
- इन संगठनों में व्यक्तिगत संबंधों की प्रधानता होती है
- अनौपचारिक संगठन में सदस्यों के बीच में सहयोग की भावना किसी उद्देश्य को प्राप्त करने के लिए प्रबल होती हैं
- यह संगठन विशेष रूप से प्राथमिक संबंधों पर आधारित हैं
- अनौपचारिक संगठन में व्यक्ति को एक निश्चित प्रस्थिति व्यक्तिगत संबंधों के आधार पर दी जाती है
- इस संगठन का हर सदस्य अपनी कार्यक्षमता के आधार पर काम करता है
- अनौपचारिक संगठन, औपचारिक संगठनों की कमी को पूरा करके उसे स्थायित्व प्रदान करता है
- इस संगठन में कर्मचारियों को सन्तुष्टि मिलती हैं क्योकि जब इसके सदस्य अपने साथ काम करने वाले अन्य सदस्य से अपनी बातों को शेयर करते हैं तब उनको सन्तुष्टि मिलती हैं
अनौपचारिक संगठन के लक्षण
- अनौपचारिक संगठन अपने आप बन जाता है मतलब इस संगठन का निर्माण जानबुझकर नहीं किया जाता है
- इस संगठन में मनुष्य और व्यवहार को महत्त्व दिया जाता है
- अनौपचारिक संगठन में व्यक्तिगत संबंधों को महत्त्व दिया जाता है
- यह औपचारिक संगठन के अंदर उत्पन्न होता है इसीलिए बिना औपचारिक संगठन के इसका कोई अस्तित्व नहीं होता हैं
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निष्कर्ष
यह लेख मुख्य रूप से इंडस्ट्रियल आर्गेनाइजेशन को समर्पित हैं क्योकि समाज शास्त्र पढने वाले स्टूडेंट्स के पाठ्यक्रम में इसको पढ़ना महत्वपूर्ण हैं यहाँ औद्योगिक संगठन, औपचारिक और अनौपचारिक संगठन पर इनफार्मेशन दिया गया हैं
मैं यह उम्मीद करता हूँ कि कंटेंट में दी गई इनफार्मेशन आपको पसंद आई होगी अपनी प्रतिक्रिया को कमेंट का उपयोग करके शेयर करने में संकोच ना करें अपने फ्रिड्स को यह लेख अधिक से अधिक शेयर करें
लेखक – नितिन सोनी
नमस्ते! मैं एनएस न्यूज़ ब्लॉग पर एक राइटर के रूप में शुरू से काम कर रहा हूँ वर्तमान समय में मुझे पॉलिटिक्स, मनोविज्ञान, न्यूज़ आर्टिकल, एजुकेशन, रिलेशनशिप, एंटरटेनमेंट जैसे अनेक विषयों की अच्छी जानकारी हैं जिसको मैं यहाँ स्वतंत्र रूप से शेयर करता रहता हूं मेरा लेख पढने के लिए धन्यवाद! प्रिय दुबारा जरुर आयें