Sakshatkar Kya Hai: – साक्षात्कार क्या है? लगभग हर मनुष्य या स्टूडेंट पढाई एक अच्छी जॉब पाने के उद्देश्य को ध्यान में रखकर करता हैं समाज में हर बच्चे को बचपन से अच्छी से अच्छी शिक्षा देना माता पिता अनिवार्य समझते है
जब बच्चा बड़ा होकर अपने ग्रेजुएशन लेवल पर पहुँचते हैं तब ऐसी स्थिति में नयी शिक्षा नीति के अनुसार कम्युनिकेशन स्किल को बेहतर बनाने के लिए अनेक पर्सनालिटी डेवलपमेंट और अन्य महत्वपूर्ण चीजो को समझाया जाता हैं
इस दौरान स्टूडेंट्स के लिए इंटरव्यू के कांसेप्ट को अच्छे से समझना बहुत महत्वपूर्ण होता हैं क्योकि पढाई के बाद जॉब प्राप्त करने के लिए इंटरव्यू देना अधिकतर अनिवार्य होता है
ऐसी स्थिति में इंटरव्यू का महत्त्व ( साक्षात्कार का महत्व ) सबसे अधिक स्टूडेंट के जीवन में बढ़ जाता है
अक्सर इन्टरनेट पर ऐसी चीजों को बहुत सर्च किया जाता है कि साक्षात्कार का अर्थ एवं महत्व, साक्षात्कार का अर्थ एवं परिभाषा, साक्षात्कार से आप क्या समझते हैं, साक्षात्कार की परिभाषा,
चलिए अब हम इंटरव्यू को अच्छे से समझ लेते है जिससे हम एग्जाम में इसका उत्तर अच्छे से दे सकें कि साक्षात्कार से आप क्या समझते हैं?
साक्षात्कार क्या है? साक्षात्कार का अर्थ ( Interview Meaning in Hindi ) – साक्षात्कार किसे कहते हैं?
साक्षात्कार एक औपचारिक मुलाक़ात है जिसमे किसी व्यक्ति के किसी पद या नौकरी के लिए योग्य होने का पता लगाया जाता हैं सरल शब्दों में कहा जा सकता है कि साक्षात्कार में व्यक्तियों की योग्यताओं का मूल्यांकन किया जाता हैं
साक्षात्कार के प्रकार ( Types of Interviews )
कम्युनिकेशन स्किल के पाठ्यक्रम के अनुसार साक्षात्कार के तीन प्रकार है
- आमने सामने साक्षात्कार ( Face To Face Interview )
- दूरभाष साक्षात्कार ( Telephonic Interview )
- विडियो साक्षात्कार ( Video Interview )
आमने सामने साक्षात्कार ( Face To Face Interview )
यह एक ऐसे इंटरव्यू हैं जिनको प्लेसमेंट या नौकरी में नियुक्ति के लिए संचालित किया जाता है इस तरह के साक्षात्कार बोर्ड इंटरव्यू या फिर सिंगल वन टू वन हो सकते है बोर्ड इंटरव्यू का मतलब यह होता है कि जहा इंटरव्यू लेने के लिए एक बोर्ड को सेट किया जाता है
इस बोर्ड में पांच या सात से अधिक एक्सपर्ट होते है और वह सभी एक साथ इंटरव्यू देने आयें कैंडिडेट के सामने बैठते हैं क्योकि यह अपने अपने क्षेत्र के विशेषज्ञ होते है इसीलिए सभी के द्वारा कैंडिडेट से प्रश्न पूछे जातें हैं
जबकि वन टू वन इंटरव्यू में केवल एक ही व्यक्ति, इंटरव्यू लेने के लिए बैठा होता हैं यह फेस टू फेस इंटरव्यू संगठित होते हैं
मतलब जहाँ इंटरव्यू का पेटन लगभग तय ( Fixed ) होता हैं कि किस प्रकार के पश्न पूछे जायेंगे और कितना समय कैंडिडेट के लिए निर्धारित होगा यह सब लगभग फिक्स्ड होता हैं
फायदें
- इस प्रकार के इंटरव्यू में अधिक संवाद हो सकता हैं क्योकि दोनों पक्ष आमने सामने बैठे हैं
- इसीलिए यहाँ अपने उत्तर-प्रश्नों की अभिव्यक्ति भी बेहतर प्रकार से होना संभव हैं
- ऐसे इंटरव्यू में उत्तर अधिक गहराई से लिये व दिए जा सकते है मतलब एक प्रश्न का उत्तर कुछ मिला, फिर दुबारा उसमे से कोई अन्य प्रश्न पूछना
- इस प्रकार के इंटरव्यू को अधिक विश्वसनीय कहा जा सकता हैं क्योकि इससे अधिक विश्वसनीय निष्कर्ष पर पहुंचा जा सकता हैं
- इस दौरान शोधकर्ता ( इंटरव्यू लेने वाला ) कैंडिडेट के हाव भाव उसकी बॉडी लैंग्वेज को Observe करता हैं
- क्योकि यह फेस टू फेस इंटरव्यू होता हैं इसीलिए वहां दोनों पक्षों के बीच में सौहार्दपूर्ण सम्बन्ध डेवलप हो सकता है
- यहाँ भौतिक रूप से ड्रेसअप, कॉन्फिडेंस का बेहतर तरीके से अंदाजा लगाया जा सकता हैं
हानि
- इस तरह के इंटरव्यू में बहुत सारी व्यवस्थाएं करनी पड़ती हैं क्योकि दोनों पक्ष को इंटरव्यू देने या लेने के लिए किसी अन्य जगह एक या दो दिन रुकना भी पड़ सकता हैं जिसमे अधिक समय लगता है और अधिक खर्चा होता है
- इस तरह के साक्षात्कार में कई कैंडिडेट के इंटरव्यू एक-एक करके लेने के कारण भी इसमें अधिक समय खर्च होता हैं
- अगर इस दौरान किसी कारण से इंटरव्यू की दिनांक आगे बढ़ने से भी यह समस्या अधिक हो जाती हैं
दूरभाष साक्षात्कार ( Telephonic Interview )
ऐसे इंटरव्यू जो दूरभाष के माध्यम से लिए जाए हैं यह ऐसे इंटरव्यू होते हैं जिनमे दूर स्थान पर रहते हुए भी इन इंटरव्यू में भाग लिया जा सकता हैं इसीलिए यहाँ कई प्रकार की व्यवस्था जैसे – रहना, खाना, ट्रेवल करना नहीं करनी पड़ती हैं
जिसके कारण इंटरव्यू में खर्च कम होता हैं ऐसे इंटरव्यू को जल्दी किया जा सकता है और इस इंटरव्यू को अधिक भरोसेमंद बनाने के लिए कभी कभी प्रश्नावली बनाकर, उनको मेल के द्वारा भेज दिया जाता हैं जिसके बाद जिनको इंटरव्यू देना होता है
वह उनको भरकर मेल के द्वारा उन सभी प्रश्नों का उत्तर देते है उस जानकारी को पढने के बाद दूरभाष साक्षात्कार संचालित किये जाते है कभी कभी विवरण पत्र में दी इनफार्मेशन में से कुछ कैंडिडेट को चुन भी लिया जाता है
जिसके बाद उन चुने हुए कैंडिडेट को फिजिकल इंटरव्यू के लिए बुलाया जाता हैं मतलब फेस टू फेस इंटरव्यू के लिए बुलाया जा सकता हैं यह उन स्थितियों में अधिक उपयोगी होते हैं जहाँ हमे कम तकनीकी पदों के लिए कैंडिडेट चयन करना होता हैं
उदहारण के लिए, ग्राहक सेवा
विडियो साक्षात्कार ( Video Interview )
दूरभाष इंटरव्यू के बाद जब टेक्नोलॉजी डेवलप हुई तब विडियो साक्षात्कार कराये जाने लगे इन विडियो इंटरव्यू को आभासी साक्षात्कार ( Virtual Interviews ) भी कहा जा सकता हैं क्योकि इसमें विडियो तकनीक का उपयोग करके इंटरव्यू को संचालित किया जाता हैं
इसीलिए इस इंटरव्यू में सभी प्रकार के संसाधनों ( समय, पैसा या अन्य व्यवस्था ) नहीं करनी होती है जिससे इन सभी चीजों की बचत होती हैं क्योकि इस इंटरव्यू में फेस टू फेस इंटरव्यू के लगभग सभी गुण होते हैं
इसीलिए यह फेस टू फेस इंटरव्यू के लगभग सामान माने जाते हैं क्योकि यहाँ हम विडियो में देख भी रहे हैं और उत्तर भी दे रहे हैं इसमें मल्टीमीडिया का उपयोग भी किया जा सकता है मतलब जब इंटरव्यू के लिए प्रश्न पूछने हैं
तब प्रश्न पूछने के लिए किसी ग्राफ, चित्र, ऑडियो या विडियो को दिखाकर भी प्रश्न पूछा जा सकता हैं और अधिक से अधिक कैंडिडेट इसमें भाग ले सकते हैं क्योकि उनको भौतिक रूप से उपस्थित नहीं होना है बल्कि अपने स्थान पर रहते हुए ही इसमें भाग लेना होता हैं
इस प्रकार के इंटरव्यू में कोई दूरी का बंधन नहीं होता है इसीलिए हर मनुष्य चाहे वह कही भी रहता है वह इन इंटरव्यू में भाग ले सकता हैं यह साक्षात्कार अधिक लचीला भी होता हैं
मतलब इस साक्षात्कार में कैंडिडेट की सुविधा के अनुसार साक्षात्कार को संचालित किया जा सकता हैं क्योकि यह साक्षात्कार रिकॉर्ड भी हो सकते है ऐसे में निर्णय लेने के लिए अधिक लोगो की राय यहाँ ली जा सकती हैं क्योकि यह ऑनलाइन इंटरव्यू हैं
विडियो इंटरव्यू संचालित कराने के लिए कुछ लोकप्रिय मंच का उपयोग किया जा सकता है उदहारण के लिए, Skype, Zoom, Willo, My Interview.
हानि
विडियो इंटरव्यू संचालित कराने में कुछ कमियाँ या समस्या भी आती हैं
- इन्टरनेट कनेक्शन समस्या या अन्य टेक्निकल समस्या
- वास्तविक वातावरण की कमी होती है उदहारण, हाव-भाव, चेहरे के भाव, सौहार्दपूर्ण सम्बन्ध, भौतिक स्वरूप |
- कैंडिडेट के पास इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस – लैपटॉप या मोबाइल का होना, बेहतर इन्टरनेट कनेक्शन, टेक्निकल नॉलेज होना
साक्षात्कार प्रक्रिया ( Interview Procedure )
साक्षात्कार की प्रक्रिया को समझना पढाई के दौरान महत्वपूर्ण है क्योकि इससे आप इंटरव्यू की प्रक्रिया को समझकर उसकी आसानी से व्याख्या कर सकतें हैं और जरुरत पढने पर जीवन में इसका उपयोग करके आप लाभ भी प्राप्त करेंगे
साक्षात्कार की प्रक्रिया के अंतर्गत तीन प्रमुख चरण होते हैं
- Opening ( शुरुआत )
- Listening ( सुनना )
- Closure ( समापन )
Opening ( शुरुआत )
इसमें वह सभी गतिविधियां या क्रियाएं सम्मिलित हैं जिसमे कैंडिडेट के द्वारा इंटरव्यू कक्ष में अंदर जाने के लिए अनुमति मांगने से लेकर इंटरव्यू के लिए प्रश्न पूछना शुरू होने तक क्रियाएं सम्मिलित होती हैं
- सबसे पहले इंटरव्यू कक्ष में जाने के लिए अनुमति माँगना
- इंटरव्यू कक्ष के अंदर प्रवेश करना
- अभिवादन करना उदहारण के लिए, Good Morning, Good Evening, नमस्ते या अगर वहां हाथ मिलने का कल्चर हैं तो हाथ मिलना | और इस दौरान सभी बोर्ड के मेम्बर के साथ आँखों से संपर्क बना रहना
- पौशाक, बॉडी लैंग्वेज, आत्मविश्वास को बेहतर रखना
- जब कैंडिडेट से बैठने के लिए कहा जाता हैं तभी बैठना चाहिए
- कैंडिडेट के बैठने का तरीका नार्मन और अधिक आवाज नहीं होनी चाहिए
- यह सब होने के बाद जब कैंडिडेट कुर्सी पर बैठ जाता है तब उससे यह पूछा जाता है कि क्या आप कम्फ़र्टेबल हैं अब इंटरव्यू को शुरू किया जाए? या हो सकता है कि कुछ सामान्य बातें भी पूछ ली जाए
हाँ, यहाँ अभी इंटरव्यू शुरू नहीं हुआ हैं परन्तु फिर भी यह इंटरव्यू के दौरान कैंडिडेट का प्रथम इम्प्रैशन क्रिएट करता हैं जिनके द्वारा कैंडिडेट की पर्सनालिटी का आकलन किया जाता है
Listening ( सुनना )
इस कदम की समय अवधि लगभग 15 से 20 मिनट होती हैं क्योकि यह इंटरव्यू का मुख्य भाग होता है जिसमे बोर्ड मेम्बर के द्वारा प्रश्न कैंडिडेट से पूछे जातें है और कैंडिडेट के द्वारा उनका उत्तर दिया जाता है, जिनको ध्यान से बोर्ड मेम्बर के द्वारा सुना जाता हैं
यह सबसे महत्वपूर्ण भाग होता है क्योकि यहाँ पर जजमेंट होता है इसीलिए जब कैंडिडेट के द्वारा उत्तर दिए जाए तब यह सारी बातें ( स्किल, नॉलेज, पूर्वअनुभव ) उन उत्तर से मिलते होनी चाहिए
इस दौरान कैंडिडेट के दृष्टिकोण और रूचि पर भी ध्यान दिया जाता हैं और जिस काम के लिए आपको नियुक्त किया जा रहा है उसके आलावा आपको अन्य क्या क्या आता हैं क्योकि यह सभी बातें एक सकारात्मक पहलू हो सकती हैं
कैंडिडेट की कमियों पर भी ध्यान दिया जाता हैं, इस दौरान कैंडिडेट को प्रेजेंटेशन देने के लिए कहा जा सकता हैं या किसी समस्या को बताकर उसके ऊपर कैंडिडेट के विचारों को पूछा जाए
नोट – कभी कभी यहाँ सामान्य ज्ञान या सामान्य जागरूकता की बातें भी शामिल हो सकती है
Closure ( समापन )
इस कदम में इंटरव्यू समाप्ति की तरफ होता हैं या लगभग समाप्त हो चूका होता हैं यदि कैंडिडेट के पास कुछ प्रश्न या डाउट हैं तब वह बोर्ड मेम्बर से पूछ सकते हैं उदहारण के लिए, आगे इनफार्मेशन कब तक मिलेगी, सैलेरी कितनी होगी |
जिसके बाद अंत में सभी बोर्ड मेम्बर को धन्यवाद कहा जाता है और इंटरव्यू कक्ष को छोड़कर बाहर आना होता हैं
Preparation for Interview ( साक्षात्कार की तैयारी )
साक्षात्कार की प्रक्रिया में कैंडिडेट से बोर्ड मेम्बर के द्वारा कुछ प्रश्न पूछे जाते है और इन प्रश्नों का कोई एक निश्चित क्रम हो? यह हम नहीं जान सकतें है लेकिन फिर भी इसका एक पैटन होता है जिसको समझकर हम अपनी तरफ से कुछ तैयारी कर सकतें हैं
मतलब साक्षात्कार के चरण ( स्टेप्स ) पर हम विशेष ध्यान देकर या इसका अभ्यास करके अपने कॉन्फिडेंस को अवश्य बढ़ा सकते हैं यह प्रश्न हमारी स्किल, अनुभव, परिचय के आधार पर हो सकते है
कभी कभी कैंडिडेट से यह भी पूछा जा सकता है कि आप इस पद के लिए उपयुक्त क्यों है? या आपका चयन क्यों किया जाना चाहिए?
नोट – आप इन सभी प्रश्न और उनके उत्तर को अपने पास लिखकर उनको बोलने का प्रयास कर सकतें हैं इसीलिए अभी डायरी बनायें
क्योकि इंटरव्यू की प्रक्रिया एक ऐसी प्रक्रिया होती है जहाँ बोर्ड मेम्बर और कैंडिडेट एक दुसरे के आमने सामने बैठे हुए हैं ऐसे में फेस टू फेस प्रश्नों को पूछा जाता हैं तो बहुत अधिक सोचने का समय हमारे पास नहीं होता है
इसीलिए कैंडिडेट के पास जितनी नॉलेज होती हैं या जिस प्रश्न का उत्तर उसको देना होता है वह अपनी उस नॉलेज के आधार पर ही देता हैं यहाँ जिस प्रकार से प्रश्न पूछा जाता है उसके अनुसार ही आपको अपने उत्तर में विचारों को व्यक्त करते हुए उत्तर देना होता है
इसके लिए यह आवश्यक होता है कि हमारे पास जितनी भी इनफार्मेशन या नॉलेज हैं उसकी तैयारी हमारी अच्छी होनी चाहिए मतलब ऐसा न हो कि इंटरव्यू के दौरान प्रश्न पूछा जाने पर लम्बे समय तक हमे सोचना पड़ें क्योकि वहां इतना समय नहीं होता हैं
इसीलिए आप इंटरव्यू में पूछे जाने वाले सामान्य प्रश्नों की तैयारी कर सकतें है उदहारण के लिए, अपना परिचय, शौक, गुण, कमियाँ से सम्बंधित प्रश्नों की तैयारी करें
यहाँ आपको यह भी सोचना चाहिए कि जब भी मेरे द्वारा किसी प्रश्न का उत्तर दिया जाएगा तब उससे सम्बंधित कुछ क्रॉस प्रश्न भी बोर्ड मेम्बर के द्वारा कैंडिडेट से पूछे जा सकते है उदहारण के लिए, आपसे पूछा गया कि आपके शौक क्या है?
जिसका उत्तर आपने दिया कि घूमना हैं तब ऐसी स्थिति में यहाँ आपसे एक क्रोस प्रश्न यह भी पूछा जा सकता है कि आप कौन कौन से स्थान पर घुमने गए है? अगर आपने यहाँ कह दिया कि आप नैनीताल गए हैं
तब यहाँ आपको यह भी पता होना चाहिए कि नैनीताल में क्या क्या है, आप कैसे वहां गए, कहाँ रुके, क्या फेमस हैं, वहा की संस्कृति क्या है | कहने का मतलब यह है कि कैंडिडेट के द्वारा जो भी बताया जा रहा है वह बिल्कुल वास्तविक होना चाहिए
कैंडिडेट को वर्तमान में स्थानीय स्तर पर जो घटनाएं चल रही हैं उसके बारे में भी इनफार्मेशन रखनी चाहिए क्योकि कई बार कुछ न पूछकर केवल यही पूछा जाता हैं कि नेशल ( राष्ट्रीय ) स्तर पर, स्थानीय स्तर पर या अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर क्या चल रहा हैं?
यहाँ महत्वपूर्ण बात यह है कि हम जिस भी फील्ड ( क्षेत्र ) में इंटरव्यू के लिए जा रहे है उसमे आपका एक्सपर्ट होना बहुत जरुरी है इसके साथ साथ अन्य क्षेत्रों का भी आपको अनुभव होना चाहिए परन्तु जिस क्षेत्र में आप पढाई किये है, जहाँ आपका अनुभव हैं
वहां के बारे में आपको हर चीज पता होनी चाहिए कैंडिडेट अपने अभ्यास को विडियो रिकॉर्ड करके भी देख सकता है कि वह कैसा परफॉर्म कर रहा हैं? क्या कमी हैं? उसको दूर कर सकता है?
कुछ कैंडिडेट शीशे के सामने खड़े होकर भी अभ्यास करने का प्रयास कर सकतें है यहाँ कैंडिडेट को अपनी बॉडी लैंग्वेज का भी ध्यान रखना होता है अच्छा इंटरव्यू के दौरान कभी कभी ऐसी स्थिति में आ जाती है कि हमसे किसी प्रश्न का उत्तर पूछा जाता है
लेकिन हमे उसका उत्तर नहीं पता होता है ऐसी स्थिति के लिए भी कैंडिडेट को तैयार रहना चाहिए ऐसी स्थिति में आपको घबराना नहीं है बल्कि यह स्वीकार करना चाहिए कि यह अभी हमे नहीं आता हैं और हम इसका उत्तर देने में असमर्थ है
कैंडिडेट को अपने कौशल ( स्किल ) का परीक्षण करने का अभ्यास करना चाहिए उदहारण के लिए, अगर आप किसी टीचर जॉब पर इंटरव्यू के लिए जा रहे है तब ऐसी स्थिति में आपको कुछ सम्बंधित विषयों को लेकर आपको टीचिंग स्किल का अभ्यास करना चाहिए
जिससे बोर्ड मेम्बर के द्वारा हमसे अपना टीचिंग परीक्षण देने के लिए कहे जाने पर उसमे कोई गलती न हो इसके साथ अपनी सभी जरुरी डॉक्यूमेंट की फाइल, एक पेन, को व्यवस्थित ढंग से रखकर जाना चाहिए
यहाँ कैंडिडेट को यह पता होना चाहिए कि उसका कौन सा डॉक्यूमेंट कहाँ रखा है जिससे उससे कोई डॉक्यूमेंट माँगा जाने पर गलती या अधिक देर नहीं होनी चाहिए
कैंडिडेट का सकारात्मक ( पॉजिटिव ) और कॉन्फिडेंस में रहना बहुत जरुरी होता हैं जब स्टूडेंट अच्छे से इंटरव्यू की तैयारी करता हैं हर एक छोटी से छोटी चीज का ध्यान रखता है तब उसका कॉन्फिडेंस बढ़ता है
सरल शब्दों में कहा जाए, जितना अधिक हमे अपने विषय का ज्ञान होगा, अनुभव और एक्सपीरियंस अच्छा होगा, स्किल अच्छी होगी, इंटरव्यू के लिए तैयारी बेहतर होगी, नए नए चीजे से अपडेट होंगे, पर्सनालिटी का प्रभाव अच्छा होगा, बॉडी लैंग्वेज बेहतर होगी
उतना अधिक हमारा कॉन्फिडेंस होगा इंटरव्यू में कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए
- कैंडिडेट को इंटरव्यू में समय से पहले पहुंचना चाहिए मतलब कम से कम 25 मिनट पहले पहुंचना चाहिए
- सभी जगह CCTV कैमरा लगे होते हैं हो सकता है कि इस दौरान हमारे व्यवहार को Observe किया जा रहा हैं इसलिए कैंडिडेट को शांत और सचेत रहना चाहिए
- इस बात का हमेशा ध्यान रखे कि उस इंटरव्यू में किस तरह से कार्यवाही आगे बढ़ रही है
- सफलता के लिए पौशाक का ध्यान रखना चाहिए यह आप हमारे पिछले आर्टिकल से समझ सकते हैं
कैंडिडेट के द्वारा आभासी साक्षात्कार किया जा सकता है मतलब अभ्यास के लिए किये जाने वाला साक्षात्कार ( इंटरव्यू ) किया जा सकता हैं सरल शब्दों में कहा जाए, आप घर पर ऐसा सेटअप तैयार कर सकतें हैं
जिसमे आप अपने मित्रों या घर के सदस्यों को शामिल कर सकते हैं इस दौरान आपने जो प्रश्न डायरी में लिखे हैं आप उनका अभ्यास कर सकते हैं इस दौरान कैसे इंटरव्यू कक्ष में जाना हैं, कैसे बैठना हैं, कैसे बोलना है, कैसा कॉन्फिडेंस रखना हैं,
किसी प्रश्न का उत्तर न देने पर कैसे उस स्थिति को अच्छे से हैंडल करना है आदि चीजों का प्रयास कर सकतें हैं
विशेष रूप से विडियो साक्षात्कार के लिए हमे क्या ध्यान रखना चाहिए
- विडियो रिकॉर्डिंग के दौरान कम्फ़र्टेबल होना चाहिए ऐसा नहीं होना चाहिए कि आप पहली बार किसी विडियो रिकॉर्डिंग के सामने बैठ रहे हैं इसके लिए पहले से अभ्यास करें
- किस तरह से आप विडियो साक्षात्कार में अपना परिचय देंगे इसका अभ्यास करें
- जिस जगह आप बैठकर ऑनलाइन विडियो इंटरव्यू में शामिल होंगे उस जगह को अच्छे से देखे वहां कोई डिस्टर्ब तो नहीं होगा, इन्टरनेट कनेक्शन अच्छा रहता हैं या नहीं, पीछे का बैकग्राउंड अच्छा रहेगा या नहीं |
- इंटरव्यू के लिए आपको जो निर्देश दिए गए हैं उनको सावधानी से पढ़कर उनका अच्छे से पालन करना चाहिए
- विडियो इंटरव्यू के दौरान आपके विडियो और ऑडियो में कोई डिस्टर्ब नहीं होना चाहिए
- जब विडियो इंटरव्यू के दौरान आपसे प्रश्न पूछा जा रहा हैं तब आपको वह बिल्कुल ध्यान से सुनना चाहिए ऐसी स्थिति में आपको Mute पर रहना होगा लेकिन जब आप उसका उत्तर दे रहे है तब आप उसको Unmute करें
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निष्कर्ष
जब हम कम्युनिकेशन स्किल के एग्जाम का पाठ्यक्रम खोलकर देखते हैं तो हमे साक्षात्कार को समझना पड़ता हैं मनोविज्ञान पढने वाले स्टूडेंट के लिए भी यह लेख अत्यंत महत्वपूर्ण है
मैं यह उम्मीद करता हूँ कि कंटेंट में दी गई इनफार्मेशन आपको पसंद आई होगी अपनी प्रतिक्रिया को कमेंट का उपयोग करके शेयर करने में संकोच ना करें अपने फ्रिड्स को यह लेख अधिक से अधिक शेयर करें
नमस्ते! मैं एनएस न्यूज़ ब्लॉग पर एक राइटर के रूप में शुरू से काम कर रहा हूँ वर्तमान समय में मुझे पॉलिटिक्स, मनोविज्ञान, न्यूज़ आर्टिकल, एजुकेशन, रिलेशनशिप, एंटरटेनमेंट जैसे अनेक विषयों की अच्छी जानकारी हैं जिसको मैं यहाँ स्वतंत्र रूप से शेयर करता रहता हूं मेरा लेख पढने के लिए धन्यवाद! प्रिय दुबारा जरुर आयें
मैंने अपने इंटरव्यू के लिए यह लेख पढ़कर तैयारी की हैं मुझे इतनी अच्छे जानकारी देने के लिए आपका शुक्रिया
हमे मदद करके बहुत ख़ुशी हैं