Russia Constitution in Hindi: – रुसी कार्यपालिका क्या है? रूस का नाम सुपरपॉवर की सूची में दुसरे नंबर पर रहता हैं एक समय ऐसा था जब सोवियत संघ ( रूस ) दुनिया में पहली सुपरपॉवर के स्थान पर स्थित था
परन्तु सोवियत संघ ( USSR ) के विघटन से पहले, उसने यह स्थान खो दिया था हालाँकि सोवियत संघ के सम्पूर्ण विघटन तथा रूस के इतिहास हमने प्रथम लेख सोवियत संघ का विघटन कब हुआ? में बताया है
भारत-रूस में गहरी ( अहम् ) मित्रता के कारण रूस से सम्बंधित लेख अधिकतर भारत वासियों के लिए दिलजस्प होते हैं परन्तु राजनीतिक विज्ञान पढने वाले स्टूडेंट के लिए रूस के संविधान में विधायिका कार्यपालिका न्यायपालिका क्या है? को,
समझना महत्वपूर्ण होता है रूस लगभग 85 राज्यों से मिलकर बना एक संघ ( रुसी संघ ) हैं खूबसूरती के मामलें में घुमने-फिरने के उद्देश्य से यह देश पर्यटकों को आकर्षित करता हैं
अक्सर एग्जाम में कुछ इस तरह के प्रश्न उत्तर लिखने के लिए पूछा जा सकता है कि रुसी संविधान में विधायिका और कार्यपालिका पर टिप्णी लिखिए?
यही कारण है कि हमें सबसे पहले रूस के संविधान में कार्यपालिका क्या होती है? एंव कार्यपालिका के कार्य को समझना चाहिए
रूस में कौन सी शासन व्यवस्था है? रुसी विधायिका कार्यपालिका न्यायपालिका क्या है?
हमें यह पता होना चाहिए कि रूस लगभग 85 राज्यों से मिलकर बना संघीय गणतंत्र या गणराज्य है मतलब रूस में केंद्र सरकार के पास अत्यधिक शक्तियाँ हैं जिसके कारण केंद्र सरकार का नियंत्रण रूस में मजबूत हैं
परन्तु यहाँ हर संघ या राज्य के पास, अपनी राज्य सरकार हैं जिसको संविधान से शक्तियाँ प्राप्त हैं क्योकि यहाँ संघीय प्रणाली हैं इसीलिए रूस में प्रशासन के स्तर को तीन भागों में बांटा जा सकता है
- केन्द्रीय सरकार ( Central Government )
- राज्य सरकार ( State Government )
- स्तरीय सरकार ( Level Government )
लेकिन रूस के प्रशासन व्यवस्था को तीन भागों में विभाजित किया जा सकता है
- कार्यपालिका ( Executive )
- विधायिका ( Legislature )
- न्यायपालिका ( Judiciary )
रुसी कार्यपालिका क्या है कार्यपालिका का क्या कार्य है? ( Karyapalika Kya Hai ) – Executive Constitution Hindi.
रूस में प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति एंव कैबिनेट मंत्री ( मंत्रिमंडल ) के द्वारा कार्यपालिका का प्रतिनिधित्व किया जाता है जिसमें राज्य ( देश ) एंव सशस्त्र बलों ( थल सेना, वायु सेना, जल सेना ) का मुख्या ( प्रमुख ) राष्ट्रपति होता है जिसके पास सर्वाधिक शक्तियाँ होती हैं
लेकिन प्रधानमंत्री के द्वारा, राष्ट्रपति के आदेशानुसार सरकार का संचालन किया जाता है इसीलिए यह कहा जा सकता है कि रूस का राष्ट्रपति, कार्यपालिका में हस्तक्षेप कर सकता है तथा सरकार के द्वारा बनाई गई नीतियों को तय करने का कार्य राष्ट्रपति करते है
रूस में विधायिका के द्वारा बनाई गई नीतियों को लागू करने का कार्य कार्यपालिका के द्वारा किया जाता है कार्यपालिका का पहला प्रमुख कार्यकारी राष्ट्रपति तथा दुसरा प्रधानमंत्री होता है इसीलिए रूस में सरकार का प्रमुख प्रधानमंत्री हैं
जिनके नेतृत्व में रूस का मंत्रिमंडल कार्य करता हैं रूस में समस्त कैबिनेट मीटिंग ( बैठक ) को प्रधानमंत्री के द्वारा अध्यक्षता की जाती है जहाँ मंत्रिमंडल देश एंव प्रशासन से जुड़ें मामलों में अपने अनुभव तथा विशेषज्ञ के आधार पर सुझाव देता है
सिविल सेवाओं का प्रबंधन तथा सरकार के कार्यों की दिन-प्रतिदिन देखरेख प्रधानमंत्री के द्वारा होती हैं रूस में प्रधानमंत्री के द्वारा हर वर्ष बजट एंव दुसरे अन्य जरुरी बिलों को पेश किया जाता है
प्रधानमंत्री विधायिका के ऊपरी एंव निचला दोनों दानों में से किसी का भी सदस्य नहीं होता हैं रूस में यह अनिवार्य नहीं होता है कि रूस का प्रधानमंत्री बहुमत प्राप्त किसी राजनीतिक दल से हो बस राष्ट्रपति के द्वारा प्रधानमंत्री को नियुक्त करने के लिए,
रूस के राज्य ड्यूमा ( निचला सदन ) की सहमति होना जरुरी होता है
रूस के राष्ट्रपति कौन हैं? रूस के राष्ट्रपति का कार्यकाल
रूस का संविधान यह स्पष्ट करता है कि रूस का राष्ट्राध्यक्ष राष्ट्रपति होता है यही कारण है कि कार्यपालिका की अधिकतर शक्तियाँ रूस के राष्ट्रपति के पास है यह अंतर्राष्ट्रीय एंव राष्ट्रीय स्तर पर देश का प्रतिनिधित्व करते हैं
रूस में राष्ट्रपति को, रूस के नागरिकों ( मतदाताओं ) के द्वारा लगभग 6 वर्ष अवधि के कार्यकाल के लिए चुना जाता है ( नोट – 2008 संशोधन से पहले रूस के राष्ट्रपति का कार्यकाल 4 वर्षों के लिए था परन्तु संशोधन के बाद यह सीमा 6 वर्ष है )
रूस का राष्ट्रपति, रूस के नागरिकों के मौलिक अधिकारों तथा रूस की संप्रभुता की रक्षा करता है लेकिन यह सच है कि रूस के संविधान के अनुसार कोई व्यक्ति रूस में लगातार 2 कार्यकाल तक राष्ट्रपति पद पर नियुक्त रह सकता है
रूस के राष्ट्रपति को, रुस के निचला सदन ( ड्यूमा ) में स्थित किसी राजनीतिक दल के द्वारा किसी प्रतिनिधि को नामांकित किया जा सकता है या रूस की जनता 20 लाख हस्ताक्षर के साथ, राष्ट्रपति पद के लिए किसी प्रतिनिधि को नामांकित कर सकती है
रूस के राष्ट्रपति को हटाने की प्रक्रिया बहुत जटिल होती हैं क्योकि उसमें सर्वप्रथम रूस हाई कोर्ट के द्वारा, राष्ट्रपति पर लगाए गए आरोपों को स्वीकार किया जाना चाहिए जिसके बाद रूस में विधायिका के दोनों सदनों के द्वारा 2/3 बहुमत को पास करना जरुरी है
रूस के राष्ट्रपति की शक्तियां और कार्य क्या हैं? ( रूस के राष्ट्रपति की शक्तियां )
रूस के राष्ट्रपति को, रूस का संविधान अनेक शक्तियाँ देता है जिनमे से कुछ विशेष शक्तियों के बारे में नीचे बताया गया है –
- सरकार के लिए रूस के राष्ट्रपति द्वारा प्रधानमंत्री तथा कैबिनेट मंत्री को नियुक्त एंव हटाया जा सकता है परन्तु राष्ट्रपति के द्वारा प्रधानमंत्री को नियुक्त करने के लिए, रूस के राज्य ड्यूमा की सहमति होना जरुरी होता है
जिसके बाद कैबिनेट के अन्य सदस्यों को, प्रधानमंत्री के द्वारा चुना जाता हैं फिर रूस में राष्ट्रपति के द्वारा नियुक्त किया जाता हैं जिससे वह सभी सदस्य रूस के अलग-अलग विभागों को हेड करें
- रूस के राष्ट्रपति के द्वारा संघीय जिला ( Federal District ) के मंत्री ( नेता ) को नियुक्त किया जाता है
- रूस के उच्च कोर्ट ( न्यायालय ) मतलब संवैधानिक न्यायालयों के न्यायाधीश को रूस के राष्ट्रपति के द्वारा नामांकित किया जाता है
- रूस के राष्ट्रपति को प्राप्त व्यापक विधायी शक्तियों के अनुसार, वह विधायिका में बिल प्रस्तुत कर सकतें हैं तथा रूस की विधायिका के द्वारा पास बिल को रद्द या वीटो करने का अधिकार रूस के राष्ट्रपति के पास होता है
- रूस का राष्ट्रपति विदेश नीति के साथ-साथ सरकार के द्वारा बनाई गई नीतियों को भी निर्धारित करता है
- विधायिका का निचला सदन ( राज्य ड्यूमा ) को भंग करने का अधिकार, रूस में राष्ट्रपति के पास है
- राष्ट्रपति के द्वारा कई कमी ( Decrees ) जारी की जा सकती है जिसकी मान्यता, रूस में विधायिका के द्वारा पास बिल के बराबर हैं रूस के राष्ट्रपति द्वारा इस शक्ति का उपयोग करके, विधायिका से बाह्य मार्ग लिया जाता है
- रूस का राष्ट्रपति कई महत्वपूर्ण विभागों विदेश मंत्रालय, गृह मंत्रालय, संघीय सुरक्षा व्यवस्था का कार्य प्रभारी होता हैं
रुसी विधायिका किसे कहते हैं? विधायिका क्या है? विधायिका के कार्य ( Vidhayika Kise Kahate Hain – Vidhayika Kya Hai ) Legislature.
रूस की संसद का नाम फेडरल असेंबली ( Federal Assembly ) होता है जिसको रूस की विधायिका कहा जाता है, यह रूस के प्रशासन का वह भाग है जिसके द्वारा विधायक मतलब कानून बनाया जाता है
जिसके लिए सर्वप्रथम विधायिका के दोनों सदनों में से किसी एक में कानून का प्रस्ताव पास होने के बाद, दुसरे सदन में पास होता हैं उसके बाद वह कानून कार्यपालिका के द्वारा लागू करके जनता तक पहुँचाने का कार्य किया जाएगा
रूस में विधायिका एक संघीय विधानसभा होती हैं जिसको निमंलिखित दो सदनों में विभाजित कर दिया गया हैं रूस में प्रत्येक सदन के पास अपनी-अपनी शक्तियाँ होती है परन्तु रूस में कानून का प्रस्ताव दोनों सदनों के द्वारा रखा जा सकता है
- राज्य ड्यूमा ( State Duma ) – निचला सदन
- संघ परिषद या फेडरेशन काउंसिल ( Federation Council ) – ऊपरी सदन
राज्य ड्यूमा ( State Duma ) – निचला सदन
राज्य ड्यूमा, रूस की विधायिका का लगभग 450 सदस्यों वाला निचला सदन होता है जिसमें हर सदस्य का कार्यकाल लगभग 5 वर्ष के लिए होता है यहाँ राज्य ड्यूमा में, प्रत्येक सदस्य का चुनाव किया जाता है जिसमें कुल ड्यूमा सदस्यों में से,
225 सदस्यों को सीधा इलेक्शन के माध्यम से चुना जाता हैं तथा अन्य 250 ड्यूमा सदस्यों को आनुपातिक प्रतिनिधित्व प्रणाली के द्वारा चुना जाता है जिसमें मतदाता अपने मतपत्र ( Ballot Paper ) पर अन्य 250 ड्यूमा सदस्यों के लिए दुसरी पसंद को मेंशन करते है
सीट आवंटन के लिए इस आनुपातिक प्रतिनिधित्व प्रणाली में किसी भी राजनीतिक दल को 5 प्रतिशत वोट सुरक्षित करना जरुरी हैं रूस का राज्य ड्यूमा, विधायिका का सबसे शक्तिशाली सदन होता हैं
जिसके द्वारा रूस के प्रधानमंत्री को स्वीकार/अस्वीकार किया जाता है तथा बिल को पेश करके, उसके ऊपर विचार-विमर्श करके, उसके ऊपर वोट किया जाता है यह सच है कि रूस में राष्ट्रपति के द्वारा नामांकित व्यक्ति को,
राज्य ड्यूमा के द्वारा लगातार 3 बार अस्वीकार किये जाने पर, राष्ट्रपति राज्य ड्यूमा को भंग करके, नए चुनावों को घोषित कर सकता हैं 2/3 बहुमत के साथ रूस के राष्ट्रपति के द्वारा वीटों किये गए बिल को राज्य ड्यूमा के द्वारा अधिभावी कर सकती है
अन्य संसदीय सरकारों की तरह, राज्य ड्यूमा विश्वास मत को मंत्रिमंडल एंव प्रधानमंत्री के खिलाफ रोक सकती है रूस में जब राज्य ड्यूमा के द्वारा किसी मंत्रिमंडल के खिलाफ लगातार 2 बार अविश्वास प्रस्ताव लाया जाता है उस स्थिति में रूस के राष्ट्रपति द्वारा,
मंत्रिमंडल को हटाया या राज्य ड्यूमा को भंग करके, नए इलेक्शन करवाए जा सकतें हैं रूस में जब किसी विधायक ( कानून ) का प्रस्ताव, राज्य ड्यूमा के द्वारा लाया जाता हैं तब उसके ऊपर राज्य ड्यूमा के द्वारा विचार किया जाना
तथा उसको फेडरल काउंसिल में भेजने से पहले, राज्य ड्यूमा में बहुमत के साथ स्वीकार किया जाना अत्यंत महत्वपूर्ण होता है
संघ परिषद ( Federation Council ) – ऊपरी सदन
फेडरल काउंसिल, रूस की विधायिका का ऊपरी सदन होता है जिसमें रूस के प्रत्येक क्षेत्र से 2 सदस्य होते हैं उदहारण के लिए, वर्तमान में रूस 85 राज्यों का समूह है ऐसी स्थिति में रूस के ऊपरी सदन में कुल सदस्यों की संख्या 170 हैं
यह कहना गलत नहीं होगा कि रूस में राज्य ड्यूमा की तुलना में संघ परिषद के पास कम ( सीमित ) शक्तियाँ होती है रूस में फेडरल काउंसिल के द्वारा विधायक ( कानून ) पर चर्चा करना, बजट ( केवल राष्ट्रीय बजट ) पेश करना,
विदेशी राष्ट्रों के साथ संधियों और सैन्य तैनाती, विधायक ( कानून ) पारित ( पास ) करना, न्यायाधीशों की नियुक्ति करना, विधायक ( कानून ) संबंधी सुझाव पेश करना तथा उसमें आवश्यक सुधार करना, इत्यादि कार्य किया जाता है
तथा जब राज्य ड्यूमा के द्वारा, निर्धारित बहुमत के साथ किसी विधायक ( कानून ) का प्रस्ताव भेजा जाता है उसके बाद संघ परिषद के पास उस कानून पर मतदान के लिए 14 दिनों का समय होता है
उस दौरान जब उस विधायक ( कानून ) को संघ परिषद का बहुमत भी प्राप्त हो जाता है तब उसको राष्ट्रपति के द्वारा हस्ताक्षरित करने के लिए कार्यपालिका भेज दिया जाता है परन्तु रूस में अगर कानून संघ परिषद के द्वारा अस्वीकार हो जाता हैं
तब उसको राज्य ड्यूमा के वापस भेज दिया जाता है लेकिन ऐसी स्थिति में रूस की राज्य ड्यूमा के पास, संघ परिषद के द्वारा अस्वीकार कानून को दो-तिहाई बहुमत के साथ दुबारा पारित ( पास ) करने का अधिकार होता है
जिसके बाद राज्य ड्यूमा, उस कानून के लिए संघ परिषद के अस्वीकार को रद्द कर सकती हैं यहाँ अंतिम वीटो का अधिकार रूस के राष्ट्रपति को दिया गया है लेकिन रूस में संघ परिषद एंव राज्य ड्यूमा दोनों सदनों में कानून को,
दो-तिहाई बहुमत के साथ पास करने के लिए अधिभावी शक्ति संविधान के द्वारा प्रदान की गई है
रुसी न्यायपालिका किसे कहते हैं? ( Nyaypalika Kise Kahate Hain – Nyaypalika Kya Hai ) Judiciary in Hindi.
सोवियत संघ ( USSR ) में वर्ष 1991 से पहले न्यायालय स्वतंत्र नहीं था लेकिन वर्तमान संविधान के अनुसार न्यायपालिका रूस में संवैधानिक रूप से स्वतंत्र होकर कार्य करती है यहाँ संवैधानिक न्यायालय सर्वोच्च ( सबसे ऊपर ) होता है
क्योकि यह रूस के संविधान को व्याख्या करता है तथा अन्य समस्त न्यायालयों में सर्वोच्च न्यायालय, सर्वोच्च ( सबसे ऊपर ) होता है जिनके द्वारा न्याय से सम्बंधित समस्त विवादों को निपटाया जाता है
परन्तु राष्ट्रपति का प्रभाव रूस में न्यायपालिका पर देखने के लिए मिल जाता हैं न्यायपालिका को विशेष रूप से तीन भागों में विभाजित किया जा सकता है
- संवैधानिक न्यायालय ( Constitutional Court )
- सर्वोच्च न्यायालय ( Supreme Court )
- मध्यस्थता न्यायालय ( Arbitration Court )
संवैधानिक न्यायालय ( Constitutional Court ) – रूस में संविधान में लिखित बातों को समझाने या उनकी व्याख्या करने का कार्य संवैधानिक न्यायालय को दिया गया है यह रूस में समस्त न्यायालयों में सर्वोच्च ( सबसे ऊपर ) होता है
रूस के संवैधानिक न्यायालय में कुल 19 न्यायाधीश हैं जिनको महासंघ परिषद के द्वारा अनुमोदित ( Approved ) तथा राष्ट्रपति के द्वारा नामांकित किया जाता है यह संविधान के अनुसार, रूस के विभिन्न प्रशासनिक निकायों ( कार्यपालिका, विधायिका,
न्यायपालिका ) इत्यादि के कार्यों को असंवैधानिक घोषित करके उन पर अंकुश लगाने का कार्य करता है तथा कानूनी एंव संवैधानिक मुद्दों पर न्याय करता है परन्तु रूस में न्यायाधीश, राष्ट्रपति के द्वारा नियुक्त है
इसीलिए यह संभावना कम होती है कि संवैधानिक न्यायालय के द्वारा राष्ट्रपति के कार्यों पर अंकुश लगाया जाए
सर्वोच्च न्यायालय ( Supreme Court ) – यह रूस में स्थित दुसरी कोर्ट ( न्यायालय ) हैं रूस में जनता के बीच न्याय से सम्बंधित सभी मामलों पर अंतिम निर्णय सुनाने का कार्य सर्वोच्च न्यायालय के द्वारा संविधान के अनुसार किया जाता है तथा,
रूस में आपराधिक अपील के लिए यह अंतिम न्यायालय होता हैं जिसका संविधान की व्याख्या करने से कोई मतलब नहीं होता है
मध्यस्थता न्यायालय ( Arbitration Court ) – रूस के मध्यस्थता न्यायालय वह न्यायालय होता है जहाँ जनता के बीच न्याय के लिए उत्पन्न विवादों/मामलों को सर्वप्रथम लाया जाता है
परन्तु अगर कोई व्यक्ति मध्यस्थता न्यायालय के फैसले से संतुष्ट नहीं होता है तब ऐसी स्थिति में वह व्यक्ति उस मामलें को सर्वोच्च न्यायालय में भेजने के लिए अपील कर सकता है
परन्तु रूस के संविधान अनुसार, न्यायालयों को सिर्फ संघीय कानून तथा संविधान के अधीन रहना चाहिए तथा रूस के संविधान ( अनुच्छेद 123 ) में निष्पक्ष परीक्षणों एंव कानून के समान अनुप्रयोग के लिए प्रावधान करता है
रूस की अर्थव्यवस्था कितने नंबर पर है? ( Economy Meaning in Hindi ) Meaning of Economy in Hindi.
क्षेत्रफल के मामलें में दुनिया के सबसे बड़े देश रशिया की अर्थव्यवस्था 11वीं हैं वर्तमान में चल रहें रूस-यूक्रेन युद्ध के कारण, रूस अर्थव्यवस्था पर प्रभाव पड़ा हैं लेकिन रूस अर्थव्यवस्था के लिए कुछ महत्वपूर्ण संसाधनों को समझा जा सकता है
नोट – रूस की बेहतर अर्थव्यवस्था के लिए यहाँ कुछ महत्वपूर्ण चीजों को बताया गया है वर्तमान स्थिति में रूस-यूक्रेन युद्ध के कारण रूस की अर्थव्यवस्था को कुछ समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है
यह स्थिति जल्द ठीक हो जायेगी क्योकि रूस समस्त मित्र देशों के साथ अपने व्यापार को अधिक बढ़ा रहा हैं
कृषि क्षेत्र रूस – रूस की जमीन कृषि के लिए एक बेहतर विकल्प हैं यह सच्चाई है कि रूस में दक्षिणी एंव मध्य रूस की भूमि कृषि करने के लिए सबसे बेहतर होती है
ऐसी स्थिति में रूस के अंतर्गत अनाज ( गेंहू ), मांस, दूध, राई, कुट्टू, दालें, जौ, मक्का, जई, बाजरा, चावल एंव आलू इत्यादि है दुनिया में गेंहू के उत्पादन के मामलें में रूस का स्थान सर्वोच्च ( सबसे ऊपर ) हैं
रूस प्रकृतिक संसाधन – प्रकृतिक गैस एंव तेल उत्पादन के विषय पर रूस दुनिया में अपनी अलग पहचान रखता है यह सच्चाई है कि रूस का नाम तेल उत्पादन के क्षेत्र में दुनिया में दुसरे नंबर पर रखा जाता है
प्रकृतिक गैस के लिए रूस को दुनिया का सबसे बड़ा देश कहा जाता है रूस की जमीन पर हीरों, कोयला तथा अन्य आवश्यक धातुओं का खजाना हैं उदहारण के लिए, लोहा, तांबा, टिन, क्रोमियम, सोना, हीरा, प्लैटिनम,
निकल, एल्यूमीनियम, पॉलीमेटल्स, टंगस्टन, चांदी, बॉक्साइट, यूरेनियम इत्यादि रूस का मित्र देश भारत खुद रूस के अत्यधिक मामलें में कोयला खरीदता है
रूस का ऊर्जा क्षेत्र – तेल एंव गैस के लिए दुनिया में अपनी अहम् जगह बनाने वाला यह देश अपनी इस विशेषता के कारण ऊर्जा के क्षेत्र में भी यह अपना दबदबा रखता है यह कहा जा सकता है कि लगभग सम्पूर्ण यूरोप के लिए रूस ऊर्जा पूर्ति करता है
ग्रीनहौस उत्सर्जक के मामलें में रूस का नाम दुनिया में चौथे स्थान पर रखा जाता है इसीलिए ऊर्जा महाशक्ति का नाम रूस को दिया जाता है क्योकि यहाँ दुनिया का सबसे बड़ा सिद्ध गैस भण्डार हैं
वन भूमि रूस – यह सच्चाई है कि लकड़ियों के लिए रूस एक अच्छा विकल्प हो सकता है क्योकि दुनिया का सबसे बड़ा वन क्षेत्र रूस के अंतर्गत आता है बोरियल वन (टैगा), रूस में हैं
यह कहा जा सकता है कि लगभग 800 मिलियन हेक्टेयर में स्थित रूस का वन क्षेत्र, लगभग लगभग 20% हिस्सा विश्व के कुल वन क्षेत्र में रखता है इन वन जंगलों में स्प्रूस, बर्च, देवदार, पाइन के पेड़ अत्यधिक हैं
रूस का उद्योग क्षेत्र – उद्योग के मामलें में रूस सैन्य उपकरणों के लिए दुनिया में एक मजबूत देश हैं मित्र देश भारत खुद सैन्य उपकरणों के मामलें में अधिकतर रूस पर निर्भर हैं गहरी मित्रता एंव बेहतर सैन्य उपकरणों के कारण रूस-भारत,
हमेशा मिलकर एक-दुसरे का साथ देते है अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी एंव एयरोस्पेस के क्षेत्र में भी रूस-भारत मिलकर कार्य कर रहे है रूस एक ऐसा देश हैं जहाँ मोटर वाहन, हथियार, खाद्य प्रसंस्करण, इलेक्ट्रिक इंजीनियरिंग इत्यादि का उत्पादन बड़े पैमाने पर होता है
रूस का खुबसूरत होना – रूस पर्यटकों के लिए एक बहुत अच्छा विकल्प हैं अपनी खूबसूरती के कारण दुनिया भर के पर्यटकों के घुमने-फिरने के लिए यह एक अच्छी जगह रहा है यही कारण है कि दुनिया में अंतर्राष्ट्रीय पर्यटन में रूस अच्छा पैसा कमाता है
राजनीतिक दल किसे कहते हैं? रूस में कुल कितने राजनीतिक दल है? ( राजनीतिक दल के प्रकार )
राजनीतिक विज्ञान पढने वाले स्टूडेंट्स को यह पता होना चाहिए कि रूस में अनेक राजनीतिक दल व्यवस्था हैं ऐसी स्थिति में रूस के अंतर्गत अनेक राजनीतिक दल पाए जातें हैं यह समस्त राजनीतिक दल चुनाव में भाग लेते हैं
परन्तु सिर्फ दो राजनीतिक दलों को सबसे मुख्य माना जाता है तथा अन्य राजनीतिक दलों में लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ रूस ( LDPR ) एंव जस्ट रशिया ( A Just Russia ) का नाम आता हैं
- युनाइटेड रशिया ( United Russia )
- कम्युनिस्ट पार्टी ( Communist Party )
युनाइटेड रशिया ( United Russia ) – वर्तमान राष्ट्रपति पुतिन खुद युनाइटेड रशिया से हैं ऐसी स्थिति में यह कहा जा सकता है कि रूस में युनाइटेड रशिया का प्रभाव सर्वाधिक हैं वर्ष 2001 में युनाइटेड रशिया को रूस में स्थापित किया गया था
वर्तमान समय में रूस की राजनीति पर यह राजनीतिक दल राष्ट्रपति पुतिन के नेतृत्व में बेहतर कार्यों के लिए लोकप्रिय हैं रूस में इस सत्ताधारी राजनीतिक दल के द्वारा राजनीतिक स्थिरता, राष्ट्रवाद एंव रुढ़िवादी मूल्य की विचारधारा को सपोर्ट किया जाता है
सत्ता में होने के कारण रूस में युनाइटेड रशिया का प्रभाव क्षेत्रीय सरकारों तथा संसद पर हैं
कम्युनिस्ट पार्टी ( Communist Party ) – समाजवादी विचारधारा को अपनाने वाली यह एक पुरानी पार्टी हैं जिसका नाम अधिकतर स्टूडेंट्स के रूस के इतिहास को पढ़ते समय सुना होगा
जिसका पूरा नाम कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ द रशियन फेडरेशन ( KPRF ) हैं वर्ष 1993 के अंतर्गत रूस में कम्युनिस्ट पार्टी को स्थापित किया गया था वर्तमान समय में यह एक विपक्षी राजनीतिक दल के रूप में विशेष भूमिका निभा रहा हैं
यह कहना गलत नहीं होगा कि रूस में यह राजनीतिक दल मार्क्सवाद-लेनिनवाद विचारधारा एंव ग्रामीण क्षेत्र तथा बुजुर्ग नागरिको का सपोर्ट करता है रूस में राष्ट्रीयकरण एंव आय में समानता जैसी अनेक समाजवादी नीतियों को सुपोर्ट,
कम्युनिस्ट पार्टी के द्वारा किया जाता है परन्तु यह राजनीतिक दल सामाजिक असमानता, पूँजीवाद का विरोध करता है
जस्ट रशिया ( A Just Russia ) – सामाजिक न्याय एंव समाजवादी लोकतंत्र को सपोर्ट रूस में जस्ट रशिया के द्वारा किया जाता हैं यह राजनीतिक दल रूस में वर्ष 2006 के अंतर्गत स्थापित किया गया था
यह कहना गलत नहीं होगा कि रूस में कम्युनिस्ट पार्टी तथा यूनाइटेड रशिया ( वर्तमान सत्ताधारी राजनीतिक दल ) के बीच जनता के लिए यह राजनीतिक दल जस्ट रशिया वैकल्पिक रूप में रहा है एक विपक्ष के रूप में यह राजनीतिक दल कई बार,
यूनाइटेड रशिया ( वर्तमान सत्ताधारी राजनीतिक दल ) के द्वारा लागु नीतियों का सपोर्ट करता है
लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ रूस ( LDPR ) – व्लादिमीर झिरिनोव्स्की के द्वारा रूस में एक लम्बे समय तक लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ रूस ( राजनीतिक दल ) का नेतृत्व किया गया हैं
वर्ष 1991 के अंतर्गत रूस में लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ रूस ( राजनीतिक दल ) को स्थापित किया गया था रूस में यह राजनीतिक दल विशेष रूप से पारंपरिक रूसी मूल्यों एंव दक्षिणपंथी राष्ट्रवाद को सपोर्ट करता हैं
यह रूस में कम्युनिस्ट पार्टी तथा यूनाइटेड रशिया ( वर्तमान सत्ताधारी राजनीतिक दल ) से मिलती-जुलती नीतियों पर कार्य करती है तथा रूस में अपने विवादास्पद बयान के लिए यह राजनीतिक दल विशेष रूप से चर्चा में बना रहता है
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निष्कर्ष
यह लेख रुसी सरकार की न्यायपालिका, कार्यपालिका तथा विधायिका के सम्बन्ध में अत्यंत महत्वपूर्ण हैं यहाँ हमने कार्यपालिका के सबसे शक्तिशाली व्यक्ति रूस राष्ट्रपति की शक्तियों एंव कार्यों को भी बताया है
मैं यह उम्मीद करता हूँ कि कंटेंट में दी गई इनफार्मेशन आपको पसंद आई होगी अपनी प्रतिक्रिया को कमेंट का उपयोग करके शेयर करने में संकोच ना करें अपने फ्रिड्स को यह लेख अधिक से अधिक शेयर करें
लेखक – नितिन सोनी
नमस्ते! मैं एनएस न्यूज़ ब्लॉग पर एक राइटर के रूप में शुरू से काम कर रहा हूँ वर्तमान समय में मुझे पॉलिटिक्स, मनोविज्ञान, न्यूज़ आर्टिकल, एजुकेशन, रिलेशनशिप, एंटरटेनमेंट जैसे अनेक विषयों की अच्छी जानकारी हैं जिसको मैं यहाँ स्वतंत्र रूप से शेयर करता रहता हूं मेरा लेख पढने के लिए धन्यवाद! प्रिय दुबारा जरुर आयें