पॉलिटिकल साइंस क्या है? सिद्धांत, राजनीति, दर्शनशास्त्र, विचार ( 2024 स्पेशल )

पॉलिटिकल साइंस क्या है? सिद्धांत, राजनीति, दर्शनशास्त्र, विचार ( 2024 स्पेशल )

Political Science in Hindi: – पॉलिटिकल साइंस क्या है? ग्रेजुएशन के दौरान यह बेसिक परिभाषा होती हैं जो हमें राजनीतिक विज्ञान के विषय में पढनी होती हैं हमने Kumaun यूनिवर्सिटी के राजनीतिक विज्ञान के पाठ्यक्रम के अनुसार,

राजनीति क्या हैं? राजनीतिक सिद्धांत क्या है? सहित अन्य सभी टॉपिक्स पर हमने पहले से इस एनएस न्यूज़ ब्लॉग मंच पर बताया हुआ हैं हमें यह कहते हए बहुत ख़ुशी हो रही हैं कि हमारे लेखक द्वारा लिखे लेख आपको पसंद आ रहें हैं

जब स्टूडेंट्स बीए ग्रेजुएशन में प्रथम वर्ष की पढाई कर रहे होते हैं तो एग्जाम में कभी कभी राजनीति, राजनीतिक सिद्धान्त, राजनीतिक दर्शनशास्त्र, राजनीतिक विचार की परिभाषा लिखने के लिए पूछ लेते हैं

हमें राजनीति और राजनीतिक सिद्धांत को अच्छे से समझना चाहिए क्योकि अधिकतर मामलों में इससे सम्बंधित प्रशन दीर्घ क्वेश्चन ( Big Questions ) में उत्तर लिखने के लिए पूछ लिए जातें है

पॉलिटिकल साइंस क्या है? सिद्धांत, राजनीति, दर्शनशास्त्र, विचार ( 2024 स्पेशल )

हमारी रिसर्च के अनुसार अनेक स्टूडेंट सर्च इंजन गूगल में यह लिखकर सर्च करते हैं कि राजनीति विज्ञान का अर्थ एवं परिभाषा, राजनीति विज्ञान का अर्थ, राजनीति विज्ञान की परिभाषा दीजिए,

राजनीतिक सिद्धांत का अर्थ और महत्व, राजनीतिक सिद्धांत का उद्देश्य क्या है

राजनीतिक विज्ञान के विषय में जब आप कांसेप्ट को अच्छे से समझ लेते हैं तो यह आपके लिए बहुत आसान हो जाता हैं चलिए अब हम यह जान लेते है कि राजनीति क्या है?

राजनीति क्या है? पॉलिटिक्स क्या है? ( Politics in Hindi )

समाज में समस्या, संघर्ष, मतभेदों का समाधान करना राजनीति कहलाता है यहाँ राजनीति और अथॉरिटी दोनों एक दुसरे से जुड़े होते है क्योकि स्टेट ( राज्य ) की बात लोग तभी सुनेंगे जब राज्य के पास पॉवर होगी

क्योकि समाज में संसाधन सिमित हैं परन्तु समाज के हर मनुष्य को संसाधन चाहिए इसीलिए जब दो या दो से अधिक समूह जब एक संसाधन पर अपना हक़ जताने का प्रयास करेंगे

तो इस स्थिति में वहां संघर्ष पैदा होगा परन्तु यहाँ राजनीति इन संसाधनों का कुछ इस तरह से बटवारा करने का प्रयास करती हैं जिससे समस्या, संघर्ष, मतभेदों को समाप्त या कम किया जा सकें

अधिक पढ़ें? – राजनीति को अच्छे से समझें? – Important Article

राजनीतिक सिद्धांत क्या है? राजनीतिक सिद्धांत की परिभाषा ( Political Theory in Hindi )

राजनीतिक सिद्धांत वह सिद्धांत होते हैं जो किसी न किसी राजनीतिक घटनाओ के घटित होने के प्रभाव, कारण और परिणाम बताते हैं इसमें राजनीति से जुड़ी सभी घटनाएं शामिल होती हैं जिसमें सत्ता के लिए संघर्ष से सम्बंधित गतिविधियां मुख्य होती हैं

यह सिद्धांत राजनीतिक थिंकर्स ( विचारक ) के द्वारा दिए जातें हैं क्योकि वह राजनीतिक घटनाओ पर अपने विचार, अनुभव के आधार पर व्यक्त करते हैं राजनीतिक सिद्धांत को मुख्य रूप से दो प्रकार के होतें हैं

क्योकि जब हम किसी सिद्धांत को देने की बात करते हैं तो सिद्धांत देने में हमें यह पता करना होता हैं कि क्या हो रहा हैं? और क्या होना चाहिए? 

पॉलिटिकल साइंस क्या है? सिद्धांत, राजनीति, दर्शनशास्त्र, विचार ( 2024 स्पेशल )

  1. राजनीतिक विज्ञान ( Political Science )
  2. राजनीतिक दर्शनशास्त्र ( Political Philosophy )

राजनीति विज्ञान का अर्थ एवं परिभाषा? – राजनीति विज्ञान की परिभाषा दीजिए ( पॉलिटिकल साइंस क्या है? )

राजनीतिक विज्ञान ( Political Science ) – वह कथन जो हमारे अनुभव ( अनुभवात्मक दृष्टिकोण ) पर आधारित होतें हैं जिसमें हम जिन चीजो को देखते हैं उनका वर्णन करते हैं हम कह सकतें हैं कि यह फैक्ट्स पर आधारित होती हैं

जो तार्किक कथन पर बात करती हैं इसीलिए राजनीतिक सिद्धांत में अनुभात्मक दृष्टिकोण राजनीतिक विज्ञान का पार्ट होते हैं क्योकि इसमें क्या हो रहा हैं? या क्या चल रहा हैं? पर ध्यान दिया जाता हैं

मतलब राजनीतिक विज्ञान में सरकार और अन्य राजनीतिक संस्थानों का वर्णन, विश्लेषण और व्याख्या करने का प्रयास करता हैं

  • डेविड ईस्टन ( David Easton ) के अनुसार, राजनीति विज्ञान प्राकृतिक विज्ञान की पद्धति को अपना सकता हैं
  • एंड्रयू हैकर ( Andrew Hacker ) के अनुसार, प्रत्येक राजनीतिक वैज्ञानिक को दोहरी भूमिका निभानी होती हैं, अर्थात् आंशिक वैज्ञानिक और आंशिक दार्शनिक |
  • जे डब्ल्यू गार्नर ( J W Garner ) के अनुसार, राजनीति राज्य से शुरू और समाप्त होती हैं
  • आर जी गेटेल ( R G Gettel ) के अनुसार, राजनीति “अतीत” वर्तमान और भविष्य में राज्य का अध्ययन हैं
  • हेरोल्ड जे लास्की ( Harold J Laski ) के अनुसार, राजनीति का अध्ययन संगठित राज्य के संबंध में पुरुषों और महिलाओं के जीवन से सम्बंधित हैं

सरल भाषा में यह कहा जा सकता हैं कि राजनीतिक विज्ञान, सामाजिक विज्ञान की वह शाखा हैं जो राज्य, राजनीति और सरकार का अध्ययन करती हैं राजनीति विज्ञान बड़े पैमाने पर राजनीतिक प्रणालियों के विश्लेषण,

राजनीति के सैद्धांतिक और व्यवहारिक अनुप्रयोगों और राजनीतिक व्यवहार की जांच से सम्बंधित हैं 

नोट – राजनीति विज्ञान के जनक कौन है? यूनानी थिंकर्स में अरस्तू को राजनीति विज्ञान के जनक कहा जाता हैं क्योकि अरस्तू राजनीति विज्ञान के क्षेत्र में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया हैं

सुकरात, प्लेटो, अरस्तू जैसे प्रसिद्ध यूनानी विद्वानों ने स्वयं राजनीति विज्ञान में योगदान दिया हैं

राजनीतिक विज्ञान को अच्छे से समझने के लिए दो शीर्षकों के अंतर्गत परिभाषित किया जा सकता है 

  1. पारंपरा परिभाषाएं 
  2. आधुनिक परिभाषाएं 

पारंपरा परिभाषाएं – प्राचीन काल में, राजनीतिक विज्ञान का अर्थ राज्य और सरकार का अध्ययन था जैसे प्राचीन विद्वानों की दृष्टि में,

  • गिलक्रिस्ट ( Gilchrist ) –  के अनुसार राजनीति विज्ञान राज्य और सरकार की सामान्य समस्याओं से सम्बंधित हैं
  • गार्नर ( Garner ) – के अनुसार राजनीति विज्ञान राज्य से शुरू और समाप्त होता हैं
  •  लीकॉक ( Leacock ) – के अनुसार राजनीति विज्ञान सरकार से सम्बंधित हैं

आधुनिक परिभाषाएं – आधुनिक समय में राजनीतिक विज्ञान को केवल राज्य और सरकार का ही अध्ययन नहीं, बल्कि कई अन्य कारकों का भी अध्ययन माना जाता हैं

  • लास्की ( Laski ) – के अनुसार राजनीति का अध्ययन संगठित राज्यों के सम्बन्ध में मनुष्य के जीवन से सम्बंधित हैं
  • मैक्स वेबर ( Max Weber ) – के अनुसार राजनीति सत्ता के लिए या सत्ता चलाने वालों को प्रभावित करने का संघर्ष हैं

निष्कर्ष में कहा जा सकता है कि पारंपरिक परिभाषा के अनुसार, राज्य केन्द्रीय विषय है लेकिन आधुनिक परिभाषा के अनुसार, राज्य, उसके मूल, संरचना, शक्तियों, कार्य और मनुष्य के राजनीतिक व्यवहार के बारे में भी बताता हैं

इसीलिए, राजनीति विज्ञान का अतीत का ऐतिहासिक अध्ययन, वर्तमान का विश्लेषणात्मक अध्ययन और भविष्य का नैतिक अध्ययन कहा जाता हैं

राजनीतिक दर्शनशास्त्र क्या है? ( Political Philosophy in Hindi )

राजनीतिक दर्शनशास्त्र ( Political Philosophy ) – वह कथन जो हमारे मूल्यों ( मूल्यांकनात्मक दृष्टिकोण ) पर आधारित होतें हैं जिसमें हम जिन चीजो को देखते हैं उनमे क्या होना चाहिए? इसका वर्णन करते हैं

हम यह कह सकतें हैं कि यह वैल्यू पर आधारित होती है जो मूल्यांकनात्मक कथन पर बात करती हैं इसीलिए राजनीतिक सिद्धांत में मूल्यांकनात्मक दृष्टिकोण राजनीतिक दर्शनशास्त्र का पार्ट होते हैं क्योकि क्या होना चाहिए? पर ध्यान दिया जाता हैं

उदहारण के लिए, अगर किसी मनुष्य को राजनीति के ऊपर सिद्धांत देना हैं तो ऐसी स्थिति में वह मनुष्य सबसे पहले राजनीति में क्या चल रहा हैं? इसका अध्ययन करेगा जिसके बाद वह क्या होना चाहिए? यह बताएगा 

जॉर्ज कैटलिन – का कहना है कि राजनीतिक सिद्धांत स्वयं राजनीति विज्ञान और राजनीतिक दर्शन में विभाजित है

एंड्रयू हैकर – का कहना है कि राजनीतिक सिद्धांत में मूल्य और तथ्य होते हैं। यह एक दूसरे पर निर्भर हैं

अधिक पढ़ें? – राजनीतिक सिद्धांत को अच्छे से समझें? – Important Article

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राजनीतिक विचार क्या हैं? ( Political Thought in Hindi )

एक समय पर सम्पूर्ण ( पुरे ) समुदाय के सोचने का मेथड पॉलिटिकल विचार होता हैं कुछ मनुष्य केवल एक व्यक्ति के सोचने के मेथड को पॉलिटिकल विचार से जोड़ने का प्रयास करते हैं परन्तु ऐसा नहीं है

क्योकि जब राजनीतिक विषयों पर सम्पूर्ण समुदाय सोचता हैं तो वह राजनीतिक विचार बनता हैं केवल एक मनुष्य के सोचने से पॉलिटिकल विचार नहीं बनेगा वह तब राजनीतिक विचार बनेगा जब सम्पूर्ण समुदाय ( सभी लोग ) उस विचार से सेहमत होंगे

इसीलिए इतिहास में एक निश्चित समय में सम्पूर्ण ( पुरे ) समुदाय के सोचने का तरिका राजनीतिक विचार ( Political Thought ) कहते हैं परन्तु राजनीतिक सिद्धांत, एक व्यक्ति का विश्लेषण होता है

राजनीतिक विचारधारा क्या हैं? ( Political Ideology Hindi Meaning )

यह विचारों का एक ऐसा सिस्टम हैं जो मौजूदा व्यवस्था का विरोध या समर्थन करने का काम करता है इसीलिए हम कह सकते हैं कि राजनीतिक विचारधारा का एक विश्वाश होता हैं जिसको बीच में रहकर किसी व्यवस्था को सही या गलत ठहराया जाता हैं क्योकि हम इसे उचित या सत्यापित नहीं किया जा सकता हैं

उदहारण के लिए, उदारतावाद, मार्क्सवाद, समाजवाद, रूढ़िवादिता

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निष्कर्ष

यहाँ विशेष रूप से राजनीतिक विज्ञान में महत्वपूर्ण परिभाषाओ पर चर्चा किया हैं परन्तु, इस लेख में दिए महत्त्वपूर्ण लेखो को वह स्टूडेंट जरुर पढ़ें जो परीक्षा देने के उद्देश्य से यह लेख पढ़ रहें हैं क्योकि यह अच्छे से समझने के लिए जरुरी हैं

मैं यह उम्मीद करता हूँ कि कंटेंट में दी गई इनफार्मेशन आपको पसंद आई होगी अपनी प्रतिक्रिया को कमेंट का उपयोग करके शेयर करने में संकोच ना करें अपने फ्रिड्स को यह लेख अधिक से अधिक शेयर करें

लेखक – नितिन सोनी 

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